सिरसा, 17 मार्च। लेखन पत्रकारिता की आधारभूत आवश्यकता है।और इसके लिए आपकी भाषा पर मजबूत पकड़ होनी चाहिए।जब तक हम अपनी लेखन क्षमता को नहीं तराशेंगें,तब तक मीडिया में बेहतर रोजगार प्रांप्त नहीं हो सकता। यह कहना है दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक गुलशन वर्मा का। वे चौधरी देवीलााल विश्वविद्यालय में चल रही पिं्रट व साइबर मीडिया कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों से विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रूबरू हुए।
    पत्रकारिता एवं जनसंचार के विद्यार्थियों से अपनी बातचीत के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी भाषायी अशुद्धियों को दूर करने की सलाह दी। और इसके लिए नियमित अभ्यास की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी में ऐसे अनेक शब्द हैं, जिन्हें पढ़े लिखे लोग भी सही नहीं लिख पाते। इससे पहले विभागाध्यक्ष और कार्यशाला के संचालक, वीरेंद्र सिहं चौहान ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में विद्यार्थियों से कहा, कि वे अपने आप को उद्योग की आवश्यकता के अनुसार ढालने का हर संभव प्रयास करें। तथा अपनी लेखन क्षमता को तराशें।उन्हांेने कहा कि यदि आप में काबिलीयत है तो मीडिया में आपके लिए अवसर ही अवसर है। बस जरूरत है तो अपनी प्रतिभा को निखारने की।
    वेब कांफ्रेंसिंग के दौरान गुलशन वर्मा ने जहां विद्यार्थियों के साथ अपने अनूभव सांझा किए वहीं उनके सवालों के जवाब भी दिए। प्रिंट मीडिया के क्षैत्र में संभावनाओं के संबंध बताते हुए उन्होंने कहा कि यह क्षैत्र तेजी से विकास कर रहा है,इसलिए इसमें कैरियर के दृष्टिकोण से अपार संभावनाए हैं। एक विद्यार्थी द्वारा पिं्रट मीडिया में मिलने वाले वेतन के संबंध में उन्होंने कहा कि आज अधिकांश समचार पत्र अपने कर्मचारियों को काफी अच्छा वेतन दे रहें हैं। वे बोले कह आज लगभग 10 हजार रूपये तक शुरूआती वेतन मिलता है, जबकी उन्होंने मात्र 1500 रूपये से अपने पत्रकारिता करीयर की शुरूआत की थी।
     वर्मा ने कहा कि आज समाचार पत्र की पहुंच हर घर तक हो गई है। और लोकल पुलआउट निकलने लगे यही कारण है कि यह उद्योग फलफूल रहा है।उन्होंने का कि इसमें रोजगार पाने के लिए आपको हिंदी अंग्रेजी का ज्ञान, सामान्य ज्ञान,आत्मविश्वास तथा शब्दों से खेलने की कला विकसित करनी पड़ेगी। कार्यशाला में प्रतिभागियों के साथ प्राध्यापिका पूनम कालेरा तथा प्राध्यापक कृष्ण कुमार, सन्नी गुप्ता तथा सुरेंद्र कुमार भी उपस्थित थे।
 
 
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