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Thursday, September 9, 2010

गर्भावस्था में जरूरी है नियमित चेकअप

‘‘गर्भावस्था के समय से ही शिशु को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है,बच्चे के माता-पिता को पूरी जागरूकता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना करना चाहिए।उन्हें समय समय पर डॉक्टर की सलाह लेते रहना चाहिए।’’ये शब्द बाल रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश ने कहे,जोकि राजेन्द्रा चिल्ड्रन हॉस्पीटल में बाल रोग विशेषज्ञ हैं।वे चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में स्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशन 90.4 पर कार्यक्रम ’हैलो सिरसा’ में अपराजिता के साथ श्रोताओं से रुबरु हुए।
कार्यक्रम की शुरूआत में डॉ. मुकेश ने कहा कि गर्भावस्था के प्रथम सप्ताह से ही शिशु का विकाश होना शुरू हो जाता है।पहले से 38वें सप्ताह तक का समय मां और शिशु दोनों के लिए काफी कठिन होता है,इस दौरान मां को संतुलित आहार लेना चाहिए तथा समय-समय पर मेडिकल चेकअप करवाते रहना चाहिए, चेकअप से शिशु को होने वाली समस्याओं का समय रहते निदान किया जा सकता है।इसके अलावा डॉ. ने कहा कि गर्भधारण सुनियोजित होना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को होने वाली अनेक समस्याओं से बचा जा सकता है।गर्भावस्था के दौरान मां को शुगर होने संबंधी एक सवाल का जवाब देते हुए डॉ. मुकेश ने कहा कि यदि इस दौरान मां को शुगर है तो बच्चे को ’हाइपोक्लेमेसिया’ होने का डर रहता है जिसमें बच्चे को ग्लुकोज की कमी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है,इस प्रकार की समस्या का एकमात्र समााधान यही है कि बच्चे की डीलिवरी अस्पताल में होनी चाहिए। इसी तरह यदि मां को एनिमिया है तो बच्चे का वजन कम होगा यानि अविकसित बच्चा होने की संभावना बढ़ जाती है।बच्चे को होने वाले पीलिया संबंधी एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे जन्म के बाद शुरू में 3 से 7 दिनों तक पीलिया होने की संभावना सर्वाधिक होती है, यह समस्या मुख्यतः पति-पत्नि के खून में होने वाली विविधता के कारण होता है इसमें घ्आर.एच फेक्टर जिम्मेदार होता है।उन्होंने ये भी कहा कि इसका एक अन्य मुख्य कारण लीवर का पूर्ण विकास नहीं हो पाना होता है,परंतु कई बार यह अपने आप ठीक हो जाता है,यदि यह ठीक न हो तो चेकअप करवाना चाहिए।बच्चे के खानपान संबंधी सवाल का जवाब देते हुए डॉ. मुकेश ने आहार पर जोर देते हुए कहा कि गर्भावस्था के दौरान जहां मां को संतुलित आहार लेना चाहिए वहीं जन्म के बाद भी बच्चे के खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए,जन्म के लगभग एक घंटे के बाद स्तनपान शुरू कर देना चाहिए,छह माह तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान करवाना चाहिए उसके बाद जूस,सूप या मैश किया हुआ केला , दलिया आदि खिलाया जा सकता है।कार्यक्रम के दौरान बच्चों के जन्म में अंतर रखने के बारे में डॉक्टर कहा कि दो बच्चों में कम से कम तीन से चार साल का अंतर अवश्य होना चाहिए जच्चा-बच्चा दोनों के स्वास्थ्य के लिहाज से यह अंतर आवश्यक है।
इस प्रकार शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश ने बच्चों की विभिन्न समस्याओं के बारे में श्रोताओं के समक्ष अपने विचार रखे यही नहीं उन्होंने विभिन्न श्रोताओं द्वारा बाल रोगों व समस्याओं के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया।श्रोताओं द्वारा मुख्यतः पीलिया ,सर्दी,खांसी,एलर्जी,दस्त व उल्टियां तथा दांतों संबंधी समस्याओं के सवाल पूछे गए।

अंतराष्ट्रीय गणित कांग्रेस

अंतराष्ट्रीय गणित कांग्रेस गणितज्ञों का सबसे बड़ा सम्मेलन है जिसमें दुनिया भर के गणितज्ञ भाग लेते है।हर चार वर्ष पर होने इस सम्मेलन की शुरुआत 1897 में स्वीट्जरलैंड के ज्यूरिख से हुई असल में,1893 में शिकागो में हुए गणितज्ञों के एक सम्मेलन में जर्मनी के दो महान गणितज्ञ फेलिक्स केलिन और जार्ज फीलिप कैंटर ने विश्व के सभी गणितज्ञों के एक होने का आह्वान किया था।वर्ष 1897 में केलिन,एंड्री मार्कोव,ल्यूगी क्लेमोना जैसे गणितज्ञों ने इसकी विधिवत शुरूआत कर दी।हैदराबाद में चल रही अंतराष्ट्रीय गणित कांग्रेस अपने सवा सौ साल के सफर में पहली बार उस देश में हो रही है,जिसने दुनिया को शून्य जैसा गणितीय आधार दिया। 27 अगस्त तक 90 देशों के करीब तीन हजार गणितज्ञ इस कांग्रेस में गणित से जुड़े विभिन्न मु़द्दों पर विचार-विमर्श कर रहेहैं।गणितज्ञोंकी माने,तो गणित के प्रति भय पूरी दुदिया में है। हैदराबाद कांग्रेस की खास बात यह भी है कि यहां इंग्रिड दौबेचिस को अध्यक्ष चुना गया है जो विश्व गणित कांग्रेस के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष है।अंतराष्ट्रीय गणित कांग्रेस का आयोजन अंतराष्ट्रीय गणितीय संघ करता है, जिसका गठन 1951 में हुआ।इससे पहले इस सम्मेलन को आयोजित करने का जिम्मा यूनियन मैथेमेटिक्स इंटरनेशनल के कंधो पर था।
इस सम्मेलन में जहां कई गणितीय प्रश्नों को सुलझाया जाता है,वहीं कई सवाल भी उठाए जाते है।मसलन 1900 के पेरिस सम्मेलन में ही डेविड हिलबर्ट ने अपने चर्चित 23 अनुत्तरित सवाल रखे थे, जिसे अब हिल्बर्ट्स प्राब्लम कहा जाता है।हैदराबाद में चल रहा सम्मेलन इसलिए भी चर्चा में कि यहां विश्ननाथ आनंद ने एक साथ 40 गणितज्ञों के साथ शतरंज की बाजीयां लगाई थी जिसमें 39 को उनहोंने मात दे दी थी और एक बाजी को ड्रा करने में सफल रहा। अंतराष्ट्रीय गणित कांग्रेस का अगला पड़ाव 2014 में दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल में है।

Tuesday, September 7, 2010

हर समस्या का होगा समाधान-सुरेश कुक्कु


अगले पंद्रह दिनों में सिरसा जिले की सभी सड़कों का पुर्नोद्धार शुरू हो जाएगा,शहर में स्ट्रीट लाइटों,आवारा पशुओं की समस्या व सफाई संबंधी सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर कर दिया जाएगा ।’’ उपरोक्त वाक्य सिरसा नगरपरिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष,सुरेश कुक्कु ने चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में स्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशन 90.4 पर कार्यक्रम ’हैलो सिरसा’ में केंद्र निदेशक विरेन्द्र सिहं चौहान से बातचित के दौरान कहे।
गौरतलब है कि सुरेश कुक्कु सिरसा के वार्ड नंबर 18 से निर्वाचित पार्षद है और उन्हें नगरपरिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।फोन इन कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं ने प्रश्नों और समस्याओं की झड़ी लगा दी।नगर परिषद अध्यक्ष ने भी श्रोताओं की सभी समस्याओं का समाधान करने का वादा किया।सीवरों के ढक्कन नहीं होने संबंधी एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना ढक्कन वाले सीवरों की सूची तैयार की जा रही है,बहुत जल्द सभी खुले पड़े सीवरों को ढक्कन लगा दिए जाएंगे। सड़कों की लगातार बदतर होती दशा के बारे में उन्होंने श्रोताओं को आश्वस्त किया कि फिलहाल बारिश का मौसम है इसलिए सड़कों की मरम्मत का कार्य नहीं हो पा रहा है जैसे ही बारिश रूकेगी सभी सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा,यह कार्य अगले 15-20 दिनों में शुरू हो जाएगा।
जब एक श्रोता ने बदतर सफाई व्यवस्था का सवाल उठाया तो अध्यक्ष ने सफाई कर्मचारियों की कमी की बात कही उन्होंने कहा कि 1990 के बाद भर्तियां नहीं हुई है परंतु वे बहुत जल्द सफाई कर्मचारियों की भरती करके शहर को चकाचक करने का कार्य करने जा रहे हैं।शहर में स्ट्रीट लाइट की समस्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी खराब स्ट्रीट लाइटों को बदले जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है,पूरे शहर को इस समस्या से निजात मिल जाएगी। नोहरीया पर फैली गंदगी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वहां पर स्थित प्राइवेट प्लांट को नोटिस जारी कर दिया गया है और पूरी उम्मीद है कि इसके सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे।जब एक श्रोता ने सड़कोें पर बेसहारा घूमते गौवंश तथा उनसे होने वाली दुर्घटनाओं के बारे मेें सवाल उठाया तो नगरपालिका अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि इनमें से ज्यादातर गायें आवारा नहीं हैं परंतु इनके मालिक दूध निकालकर इन्हें आवारा छोड देतें हैं जोकी सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनती है,ऐसे लोगों के फिलाफ अब पुलिस के साथ मिलकर सख्त कार्यवाही की जाएगी तथा शहर में स्थित घास की टालों को भी अपनी दुकानें वहां से हटाने का नोटिस जारी कर दिया गया है।
केंद्र निदेशक विरेंद्र सिहं चौहान ने जब पूछा की पांच साल बाद वह सिरसा को किस तरह का देखना चाहतें हैं तो
अध्यक्ष ने जवाब दिया कि वे एक सुन्दर व खूबसुरत सिरसा चाहते हैं जहां सड़कों, सीवरों व पानी की किसी तरह की कोई समस्या न हो। केन्द्र निदेशक ने जब अध्यक्ष से उनकी सबसे पहली प्राथमिकता के बारे में पूछा तो नगर परिषद अध्यक्ष ने सिवरों की समस्या को दूर करना अपनी पहली प्राथमिकता बताया। इस प्रकार कार्यक्रम के दौरानसुरेश कुक्कु ने शहर की सभी समस्याओं को दुर करने का विश्वास दिया तथा भविष्य में भी सामुदायिक रेडियो के माध्यम से श्रोताओं से रुबरु होते रहने का आश्वासन दिया।