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Sunday, August 7, 2011

बेटी ने पहुंचाया शिखर तक


प्रभात इंदौरा चंडीगढ़
एक तरफ जहां लोग बेटी को बोझ समझकर भ्रूण हत्या जैसे कुकृत्य में लिप्त हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपनी सफलता और कामयाबी का सारा क्रेडिट अपनी बेटी को देते हैं। याक्षाी वेडिंग बाजार के ओवनर सतिन्द्र कुमार भी इन्हीें लोगों में से एक है बकौल सतिंद्र वे आज जो कुछ भी है वह सब उनकी बेटी की वजह से है, वे कहते हैं कि वे लोग बहुत नासमझ है जो घर की लक्ष्मी को घर आने से पहले ही परलोक पहुंचा देते हैं।याक्षी वेड्रिग बाजार के नये शो रूम के उदघाटन से पहले सतिन्द्र ने अपनी सफलता के राज दिनभर के साथ सांझा किए।

चंडीगढ़ की खूबसूरती ने किया आकर्षित-
चंडीगढ़ की खूबसूरती के बारे में बहुत कुछ सुना था इसलिए 23 साल पहले मैं अपने शहर करनाल को छोड़कर यहां आया। जब मैं अपने सपनों के इस शहर में आया तो मैं 2 साल का था।यहां के खुले वातारण माहौल और लोगों की जिंदादिली को देखकर कुछ ऐसा करने की इच्छा प्रबलित हुई जिससे मैं यहां के लोगों के सपनों को हकिकत में बदल सकूं।

करियर-
करनाल में मेरे बडे भाई की मनियारी की दुकान थी वे होलसेल का काम किया करते थे। भाई के इस काम से मेरे मन में भी यहीे काम करने का विचार आया इसी के चलते मैंने लगभग 16 वर्षो तक चंडीगढ़ में प्रिति फैशन के साथ काम किया। 1993 में मेरी शादी हो गई।2010 में मैंने सेक्टर 7 स्थित याक्षी वेडिंग बाजार की पार्टनरशिप के साथ सुरूआत की। इस शो रूम का नाम मैंने अपनी छोटी बेटी याक्षी के नाम पर रखा। मैंने राजन वाॅच कंपनी और एक अन्य को फ्रेंचाइजी भी दी।

ट्राइसिटी के सहयोग ने दिया हौसला-
ट्राइसिटी के जिंदादिल लोगों ने मेरे काम की बहुत सराहना की लोगों के प्यार और उनसे मिली सरहना के कारण ही मुझे और मेरे काम को विशेष पहचान मिली। एक समय था जब राजा महाराजा और रानियों की पोशाके हमें आकर्षि करती थी।हर कोई उन जैसे शाही लिबास पाने की कामना करता थ। परंतु इतने महंगे कपड़़़़़़़़़़ेे पहनना हर किसी के बस की बात नहीं होता। जकिन मैं तो लोगों के इसी सपने को साकार करना चाहता था कि महंगे से महंगा लिबास भी हर किसी के पहुंच में हो। और हम खुश हैंे कि हम लोगों को वो सब दे पा रहे हैंे जो कभी सिर्फ उनका सपना था। याक्षी वेडिंग बाजार में हर प्रकार के लिबास रेंट पर उपलब्ध है जिससे लोग कम पैसे शाही लिबास पहनने के आनंद को अनुभव कर सकते हैं।

खास है याक्षी वेडिंग बाजार-
लोगों के सपनों को हकिकत का में बदल रहा हमारा शो रूम अपने आप में बहुत खास है। याक्षी वेडिंग बाजार ही एकमात्र स्थान है जहां से आप किराये पर बिल्कुल नयी पोशाक प्राप्त कर सकते हैं। यहां एक ही छत के नीचे आप अपने मन की कई अन्य वस्तुएं भी खरीद सकते हैं। यहां से खरीददारी करना सपनों को सच करने के समान है। यह शो रूम अपनी तरह का एक विशिष्ट शोरूम है।
8 अगस्त से शो रूम की नयी शाखा की शुरूआत चंडीगढ़ सेक्टर 17डी में हो रही है। इसका नाम भरी मैंने अपनी बेटी याक्षी के नाम पर ही रखा है। खास बात ये है कि इसमें मेरा कोई अन्य हिस्सेदसा नहीं हैं।

पाठकों को संदेश-
मैं पाठकांे से यही कहना चाहूंगा की सपने देखना अच्छा है लेकिन हमें उन्हे पूरा करने के लिए भी दिल से प्रयास करना चाहिए। हमारी समस्या है कि हम सपने तो बडे बडे देखते हैं परंतु उन्हें पूरा करने के लिए कोई विशेष मेहनत नहीं करते और यहीं पर हम मात खा जाते है और हमारे सपने सिर्फ सपने बनकर रह जाते हैं। एक और बात जो मैं विशेष तौर पर कहना चाहुंगा कि कन्या कभी बोझ नहीं होती वे तो हमारा सहारा होती है और घर की लक्ष्मी इसलिए हमें कभी भी कन्या भ्रूण हत्या जैसा कुकृत्य नहीं करना चाहिए और समाज की इस मानसिकता को बदलने के लिए प्रयास करने चाहिए ताकि बेटी को भी जीने का हक मिल सके।



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